पाकुड़ संवाददाता
पाकुड़: रक्तदानी मौत क़ो भी ढेर किया करते है, रक्तदान सा कर्म बस शेर किया करते है। मजबूर क़ो देख कर नजर फेरने वाले सुन, कभी कभी हालात किसी क़ो भी घेर लिया करते है।
ग्लोबल नर्सिंगहोम मे इलाजरत चांचकी के सुहाना खातून 17 वर्षीय युवती की रक्त समूह ए पॉजिटिव पाथरी का ऑपरेशन होना है। शरीर मे हीमोग्लोबिन बहुत कम होने कारण ऑपरेशन नहीं हो रहा था। खून की कमी क़ो पुरा करने मे परिजनों ने इंसानियत फाउंडेशन मे मदद की गुहार लगाई एवं अपनी समस्या से रूबरू कराये। संस्था के एक्टिव सदस्य अकमल शेख ने अपने मित्र चांचकी के बाबूल शेख उम्र 24 वर्ष सें संपर्क किया और वे बिना देरी किये पाकुड़ रक्त अधिकोष जाकर अपना खूनदान कर मानवता का परिचय दिया। तब जाकर समय इलाज हो पाया। परिजनों ने इंसानियत फाउंडेशन के सदस्यों क़ो ढेर सारी दुआए दिये एवं बाबूल ने कहा रक्तदान सें आप लोग डरे नहीं एक यूनिट खून तीन मरीजों की जान बचा सकता है। बहुत सारे फायदे भी है। मौक़े पर एक्टिव सदस्य अकमल शेख और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे थे।